1यूके टीम ने रामपुर तिराहे पर किया मुख्यमंत्री का घेराव

उत्तर प्रदेश। एक अक्टूबर की शाम को ही यूके टीम के कुछ साथी (जो कि उत्तराखंड, दिल्ली एनसीआर) अलग-अलग क्षेत्र से रामपुर तिराहा (मुजफ्फरनगर, उत्तरप्रदेश) पहुँचे, टीम ने पंडित महावीर शर्मा एवं उनके परिजनों के साथ मिलकर 1001 दिए जलाये और 2 अक्टूबर को श्राद के चलते बलदानियों को श्रद्धांजलि हेतु भण्डारे का भी आयोजन किया। जब उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी श्रद्धांजलि देने केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट के साथ पहुँचे तो एसआईटी के गठन और फास्ट ट्रैक कोर्ट की माँग को लेकर मुख्यमंत्री के हाथ 1 यूके टीम से शोभा गैरोला ने ज्ञापन दिया। भाषण के दौरान ही शोभा गैरोला ने सवाल किया कि क्या हम इतने कमजोर हैं कि 27 वर्षों में भी इन बलिदानियों को न्याय न दिलवा पाए और हर साल केवल दिखावे मात्र श्रद्धांजलि देने आते हैं? मुख्यमंत्री ने कई विकास कार्य गिनवाए, जिसमें रुद्रपुर से पहुँचे राम दत्त ने सवाल किया कि अगर इतने सारे कार्य किये तो युवा बेरोजगार क्यों? इसके बाद मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री सवालों से बचते-बचाते नजर आये। अंत में जब मुख्यमंत्री ने कोई बातचीत न की और जैंसे मुख्यमंत्री का काफिला जाने की तैयारी हेतु गेट पर पहुँचा तो 1यूके टीम के सभी साथियों ने घेराव किया और अपना रोष जताया तथा कहा कि न्याय हमारा हक है एवं शहीदों हम शर्मिंदा हैं तुम्हारे कातिल जिन्दा हैं’ जैसे नारों से सरकार को जगाने का प्रयास किया कि बहुत सो लिए 27 वर्ष अब तो न्याय दो। लोकतंत्र में जब सरकार, न्यायलय, मीडिया 27 वर्षों से चुप बैठी है तो जनता को ही आगे आकर सोयी हुई व्यवस्था को जगाने का कार्य करना होता है इसलिए 1यूके टीम लगातार प्रयासरत है लोगों को जगाने हेतु कि जिन्दा हैं तो सवाल करो और पूछो आखिर 27 वर्ष क्यों?