भारत ने अपनी आवाज खो दी: वेंकैया नायडू

 भारत ने अपनी आवाज खो दी: वेंकैया नायडू

उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने प्रख्यात गायिका लता मंगेशकर के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है। नायडू ने भारतीय सिनेमा की स्वर कोकिला के देहावसान पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि लता जी के निधन से भारत ने अपनी आवाज को खो दिया है।
उपराष्ट्रपति वेंकेया नायडू ने एक टवीट में कहा कि भारतीय सिनेमा की सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर जी का निधन देश की और संगीत जगत की अपूरणीय क्षति है। लता जी के निधन से आज भारत ने अपना वह स्वर खो दिया है जिसने हर अवसर पर राष्ट्र की भावना को भावुक अभिव्यक्ति दी। उनके गीतों में देश की आशा और अभिलाषा झलकती थी।
1940 के दशक में पार्श्व गायन की शुरुआत करने वाली लता जी को पहचान दिलाने वाली पहली प्रमुख फिल्म महल थी जिसका यादगार गीत आयेगा आनेवाला आज भी श्रोताओं द्वारा गाया और याद किया जाता है। इसके बाद लता जी का मधुर स्वर दशकों तक देश में फिल्म संगीत की पहचान रहा जिसने असंख्य संगीतप्रेमियों को अपने गीतों में बांधे रखा।
लता जी को उनकी संगीत विद्या के लिए देश ने भारत रत्न तथा दादा साहेब फाल्के पुरस्कार जैसे प्रतिष्ठित सम्मानों से विभूषित किया था। उन्हें  देश विदेश में उनके असंख्य प्रशंसकों का स्नेह आजीवन प्राप्त रहा।
देश के वीर सैनिकों के सम्मान में उनके द्वारा गाए गये ऐ मेरे वतन के लोगों जैसे मर्मस्पर्शी राष्ट्रप्रेम के गीत ने देश को भारतीय सेनाओं के त्याग और शौर्य से परिचित कराया, जो आज भी हमें भावुक कर देता है।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रिय भजन वैष्णव जन… को स्वर दे कर उन्होंने भजन में निहित भक्ति भावना को अद्भुत अभिव्यक्ति दी।
वेदना की इस घड़ी में लता जी के परिजनों और देश-विदेश में उनके असंख्य प्रशंसकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं, उनके शोक में सम्मिलित हूं।

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