बारिश-बर्फबारी के बाद थल-मुनस्यारी रूट 40 घंटे से बंद,गंगोत्री-यमुनोत्री नेशनल हाईवे खुला

देहरादून। उत्तराखंड में बारिश-बर्फबारी के बाद यात्रियाें की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं।। बर्फबारी के बाद प्रदेश के विभिन्न जिलों में अभी भी 122 सड़कें बंद हैं, जिसकी वजह से जगह-जगह यात्री फंसे हुए हैं। बंद सड़कों को खोलने के लिए 139 जेसीबी मशीनें लगाईं गईं हैं, लेकिन फिर भी शनिवार को सिर्फ 23 सड़कें ही खु पाईं हैं।
पिथौरागढ़ जिले के थल-मुनस्यारी रूट पिछले 40 घंटे से बंद पड़ा है। जिस कारण वाहनों को जौलजीबी मुनस्यारी मार्ग से आवाजाही करनी पड़ रही है । मुनस्यारी से बनिक तक 36 किमी बर्फ से ढका है। लोक निर्माण विभाग की 3 मशीनें बर्फ हटाने में जुटी हैं। लेकिन अत्यधिक बर्फ होने के कारण मार्ग खोलने में भारी दिक्कत आ रही है।
उत्तरकाशी जिले में बारिश और बर्फबारी के कारण बंद गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे समेत अन्य कई मोटरमार्ग यातायात के लिए बहाल हो गए हैं। हालांकि जिले के 12 लिंक मार्ग अभी तक बर्फबारी के कारण अवरुद्ध हैं। इन सभी मार्गों के शनिवार देर शाम तक खुलने की संभावना है। देहरादून-सुवाखोली और लंबगांव उत्तरकाशी मोटरमार्ग यातायात के लिए खुलने पर मुसाफिरों ने राहत की सांस ली।
तीन दिनों तक मौसम खराब रहने के कारण बारिश और बर्फबारी से जिले में गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे समेत कई सड़कें यातायात के लिए बंद हो गई थी। शनिवार को मौसम पूरी तरह से खुलने पर बंद सड़कों के खुलने का सिलसिला शुरू हुआ। गंगोत्री हाईवे सुक्खी टॉप से आगे यातायात के लिए खुल गया है। वहीं यमुनोत्री हाईवे राडी टॉप समेत स्यानचट्टी से हनुमान चट्टी तक बहाल हो गया है। हालांकि हनुमानचट्टी से फूलचट्टी के बीच यमुनोत्री हाईवे पर बर्फ हटाने का कार्य जारी है।
देर शाम तक हाईवे इन स्थानों पर यातायात के लिए खुलने की संभावना है। देहरादून-सुवाखोली मोटरमार्ग मोरियाणा और सुवाखोली में बंद रहने के बाद शनिवार को सुबह यातायात के लिए खुल गया। वहीं धौंतरी-लंबगांव मोटरमार्ग भी चौरंगीखाल में यातायात के लिए खुल गया, जिसके चलते मुसाफिरों ने राहत की सांस ली। वहीं जिले के एक दर्जन लिंक मार्ग अभी तक ठप पड़े हैं, जिस कारण ग्रामीण क्षेत्रों में दुश्वारियां जारी है। वहीं सड़कों पर बर्फ हटने के बावजूद फिसलन जारी है।