गन्ने की फसल में लग रही नई बीमारी ने किसानों को मुश्किल में डाला

देहरादून। गन्ना किसानों की मुश्किलें भी कम होती नजर नहीं आ रही है। पहले बेमौसमी बारिश और आंधी से गन्ने की फसल गिर गई, अब गन्ने की फसल में लग रही नई बीमारी ने गन्ना किसानों को मुश्किल में डाल दिया है। डोईवाला क्षेत्र में बोई जाने वाली मुख्य फसल गन्ने में अब रेड राट यानी लाल सड़न रोग लग गया है। जिसमें शुरुआत में गन्ने की पत्तियां सूखने लगती हैं। और बाद में गन्ने पर भी इस बीमारी का असर होता है और फसल सूखी हुई नजर आती है। गन्ने की फसल इस रोग से बर्बाद न हो जाए इसकी चिंता किसानों को सताने लगी है। सिमलास ग्रांट के किसान उमेद बोरा ने बताया कि यह नई प्रकार की बीमारी इस बार देखी जा रही है। जिससे किसान काफी चिंतित है उसे अपनी फसल बर्बाद होने का डर सता रहा है। यदि जल्द ही इस बीमारी का समाधान न किया गया तो किसानों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ेगा। वहीं कृषि विभाग के अधिकारियों ने किसानों को सतर्क रहने और समय पर रोग का उपचार विशेषज्ञों की मदद से करने की सलाह दी है।
देहरादून जनपद के डोईवाला क्षेत्र के दुधली, सिमलास ग्रांट, मारखम ग्रांट, रानीपोखरी क्षेत्रों में इस प्रकार की बीमारी के मामले सामने आए हैं। यहां किसान बड़े पैमाने पर गन्ने की खेती करते हैं। इस साल भी काफी अधिक रकबे पर किसानों ने गन्ने की फसल बोई है। चीनी मिलों ने गन्ना पेराई की तैयारी भी शुरू कर दी है। मगर, जब गन्ना पकने के करीब है, तब किसान गन्ने में लगे रोग से मुश्किल में पड़ गए हैं। वजह यह है कि गन्ने की बहुत सी फसल रेड राट रोग की चपेट में आती जा रही है।
डीएस असवाल (सहायक कृषि अधिकारी, डोईवाला) का कहना है कि गन्ने में लगने वाला यह एक बीज और भूमि जनित रोग है। जिसमें किसान सतर्क होकर समय से रोग का निदान करें। जरूरत पड़ने पर विशेषज्ञों की सहायता लें। विभाग की ओर से भी इस बीमारी से फसल के बचाव के लिए जरूरी उपाय किए जा रहे हैं।