मंगलौर के तीन छात्र यूक्रेन से सकुशल घर लौटे

रुड़की। यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे तीन छात्र रविवार देर रात घर लौट आए हैं। दो छात्र पहले ही सकुशल घर पहुंच चुके हैं। परिजनों ने राहत की सांस लेते हुए सरकार का आभार जताया है। कोतवाली क्षेत्र के दो विभिन्न गांवों से दो छात्र तथा नगर क्षेत्र से तीन छात्र मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन में गए हुए थे। रूस द्वारा यूक्रेन पर हमला किए जाने के बाद वहां पर हालात खराब हुए तो भारतीय छात्रों के परिजनों की परेशानी बढ़ गई थी। भाजपा नेता जमर हसन अंसारी के पुत्र अरीब अंसारी पांचवें वर्ष की मेडिकल की पढ़ाई यूक्रेन में रहकर कर रहा है। वहीं गांव गदरजुड़ा निवासी जयराम देशवाल का पुत्र शुभम देशवाल भी अंतिम वर्ष की मेडिकल की पढ़ाई यूक्रेन में रहकर कर रहा है। रविवार की देर शाम दोनों छात्र पहले दिल्ली उसके बाद हवाई मार्ग से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचे। जहां से वह सड़क मार्ग से अपने घर पहुंच गए। शुभम देशवाल का कहना है कि काफी डर व दहशत के बीच उन्होंने वह दिन गुजारे हैं। जिनको कभी भुलाया नहीं जा सकता। उसका कहना है कि हवाई हमलों से बचने के लिए सायरन बजाए जाते थे तो वह बंकरों जाकर जान बचाने का प्रयास किया करते थे। घर पहुंचने पर पिता जयराम देशवाल, मां राधा देशवाल ने राहत की सांस ली। अरीब अंसारी अपने परिवार के साथ खुश दिखाई दिया। माता हुस्नआरा अपने बेटे की कुशलता को लेकर काफी चिंतित रहती थी हालांकि पिता उन्हें काफी तसल्ली देते थे। सकुशल घर लौटने पर परिजनों ने राहत की सांस ली। कोतवाली क्षेत्र के ही गांव लहबोली निवासी छात्र नूर आलम भी सकुशल अपने घर लौट आया है। वह पिछले कई दिनों से रोमानिया बॉर्डर पर मौजूद था।