रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हुआ उत्तराखण्ड महोत्सव का समापन

लखनऊ । विगत 10 दिनों चले उत्तराखंड महोत्सव का रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ समापन हो गया है। गौरतलब हैकि उत्तराखंड महोत्सव का विभिन्न संस्कृतियों का संगम गोमा तट पर हुआ। अनेक प्रतियोगिताएं आयोजित की गयी तथा स्टालों पर विभिन्न सामग्री के साथ-साथ उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कोविड टीकाकरण, जांच तथा के0के0 हास्पिटल द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण कैम्प भी लगाया गया था। अन्तत: शुक्रवार को महोत्सव का समापन बड़ी धूम-धाम एवं रंगारंग कार्यक्रमों के साथ सम्पन्न हुआ। समापन दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मुख्य अतिथि बनने से उत्तराखण्ड महापरिषद द्वारा आयोजित दस दिवसीय महोत्सव में चार चांद लग गये। मुख्य अतिथि पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार लखनऊ आया हूँ तथा महोत्सव में अपने उत्तराखण्डी बन्धुओं के बीच आकर अपार हर्ष की अनुभूति हो रही है। उन्होंने कहा कि लखनऊ की सरजमीं पर भव्यता के साथ महोत्सव के आयोजन हेतु पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को बधाई देता हूँ। मुख्य अतिथि तथा अन्य अतिथियों का सत्कार महापरिषद के पदाधिकारियों द्वारा पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर किया गया। मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड द्वारा कामना बिष्ट को नृत्य निर्देशिका के क्षेत्र में तथा महेन्द्र गैलाकोटी को संगीत निर्देशन में उल्लेखनीय कार्य करने हेतु सम्मानित किया। राम कुमार सिंह, प्रधान सम्पादक-दस्तक टाइम्स एवं भुवन तिवारी (समीक्षा अधिकारी) उपाध्यक्ष-उत्तराखण्ड महापरिषद को रीता बहुगुणा जोशी के कर कमलों द्वारा सम्मानित किया गया। उत्तराखण्ड महापरिषद के अध्यक्ष हरीश चन्द्र पंत ने अतिथियों का उत्तराखण्ड महोत्सव में आभार जताते हुए कहा कि इसका उद्घाटन मा0 मुख्यमंत्री उ0प्र0 द्वारा किया गया था। समापन के अवसर पर उन्होंने दर्शकों, मीडिया, बन्धुओं, स्टाल वालो तथा पदाधिकारियों-कार्यकर्ताओं तथा सभी का इस आयोजन को सफल बनाने हेतु आभार व्यक्त किया गया। शुक्रवार को 02 बजे से आयोजित एकल नृत्य प्रतियोगिता (04 वर्ष से अधिक आयु वर्ग) में 15 प्रतियोगियो ने भाग लिया। यह प्रतियोगिता अध्यक्षा महिला प्रकोष्ठ पुष्पा वैष्णव के निर्देशन में तथा दिव्या के नेतृत्व में आयोजित की गयी, जिसमें प्रथम आद्या बिष्ट, द्वितीय प्रतिष्ठा सिंह, तृतीय धर्मेन्द्र आर्य रहे तथा निर्णायक मण्डल में विद्या सिंह तथा सुनीता कनवाल रहे। मीडिया प्रभारी राजेन्द्र सिंह कनवाल ने बताया कि अल्मोड़ा से आये छोलिया दल द्वारा अपने वाद्य यंत्रों व युद्घ कौशल (छोलिया) नृत्य से पूरे महोत्सव में दसों दिन धूम मचायी। सुरेन्द्र राजेश्वरी द्वारा सांय सभा का सुन्दर प्रभावशाली मंच संचालन तथा अपने गायन से दर्शकों को मंत्र मुग्ध किया। दिन में संचालन जगत सिंह राणा, हरितिमा पंत तथा पूनम कनवाल द्वारा किया गया। उत्तराखण्ड के पारम्परिक परिधान से सजी संवरी महिलाओं द्वारा झोड़े के चारों ग्रुप-कुर्मांचल नगर-नेतृत्व रेनू काण्डापाल, पंतनगर-नेतृत्व हेमा डोलिया एवं सुधा चन्दौला, कल्याणपुर-नेतृत्व हेमा बिष्ट, तेलीबाग-नेतृत्व राजेन्द्र सिंह बिष्ट एवं विमला धामी के बीच फाइनल मुकाबला हुआ, हर झोड़ा ग्रुप द्वारा अपनी दमदार प्रस्तुति देकर दर्शको का मनोरंजन तथा अपनी ओर आकर्षित किया, जिमसें प्रथम-कुर्मांचनगर, द्वितीय कल्याणपुर, तृतीय-रामलीला समिति तेलीबाग तथा सांत्वना पुरस्कार-पंतनगर रहीं। पंत नगर सांस्कृतिक समिति के उत्तराखण्डी कार्यक्रम खूब सराहे गये तथा पिंकी नौटियाल नील मत्था के दल द्वारा सुन्दर कार्यक्रम देकर दर्शको का मन मोहा। नृत्य धाम के कलाकार द्वारा निशि तिवारी के नेतृत्व में श्री गणेश वन्दना के साथ शिव स्तुति की भक्तिमय प्रस्तुति तथा बाद में गुजराती एवं पंजाबी नृत्य की सुन्दर प्रस्तुति दी गयी। प्रथम आयी झोडे की टीम का एक और गजब की झोड़ा प्रस्तुत कर दर्शको को रिझाया। स्काई होप के दल ने दिव्या उपाध्याय के नेतृत्व में नन्दा राजजात यात्रा का सुन्दर मंचन किया। उत्तराखण्ड महापरिषद रंगमण्डल के कलाकारों ने महेन्द्र गैलाकोटी-सांस्कृतिक सचिव के नेतृत्व में थड़िया-राणीखेता राम डोला तथा झोड़ा-बागेश्वरा की विमला छोरी प्रस्तुति कर धमाल मचाया। कामना बिष्ट के नेतृत्व में आये दल ने कत्थक नृत्य रिमिक्स की प्रस्तुति दी। उत्तराखण्ड महापरिषद की रंगमण्डल की कलाकार हरितिमा पंत द्वारा राजस्थानी गायन तथा बागीशा पंत का नृत्य खूब सराहा गया। डा0 प्रतिभा मिश्रा के नेतृत्व में संस्कृति विभाग उ0प्र0 लखनऊ के सौजन्य से आये ग्रुप ने फोक गायन द्वारा मंच गुंजायमान किया। मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री ने भारत माता की जय से अपना उद्बोधन शुरू किया और कहा कि उत्तराखण्ड महापरिषद द्वारा आयोजित उत्तराखण्ड समापन के अवसर पर आया हूँ, महोत्सव के सफल आयोजन के लिए बधाई देता हूँ। उन्होंने कहा कि पूर्व अध्यक्ष स्व0 मोहन सिंह बिष्ट से गहरा नाता था, उनके पुत्र राजेश इस कार्य को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे है। इन्हें शुभकामनाएं है। आने वाले समय में पुत्र राजेश के नाम स्व0 मोहन सिंह बिष्ट को याद किया जाये। उन्होंने कहा कि मैं विद्यार्थी के रूप में 15-16 वर्ष की आयु में लखनऊ सी0पी0एम0टी0 की कोचिंग के लिए आया था, बहुत सी यादे है, लखनऊ विश्वविद्यालय में भी प्रवेश पाने हेतु कोशिश करते रहे, प्रवेश मिल गया। वहाँ से संघ तथा भारतीय विद्यार्थी परिसद के सम्पर्क में आया। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी का सिद्धान्त है राष्ट्र प्रथम, पार्टी द्वितीय तथा व्यक्ति तृतीय, मुझे उत्तराखण्ड की सेवा का भार दिया है। हमने तथा हमारी सरकार ने तथा हमारी मंत्री मण्डल ने चार सौ फैसले लिये है। उन्होंने कहा कि हर मीटिंग में लगभग 50 फैसले लेते है। हमारी सरकार ने अन्दोलन कारियों की पेंशन बढ़ायी। सभी को चाहे आंगनबाड़ी हो या आशा वर्कर हो सभी का कुछ न कुछ मानदेय सबका बड़ा है। प्रत्येक ग्राम-सभा में नौजवानों के लिए सैनिक अथवा अद्र्ध सैनिक या अन्यत्र तैयारी के लिए एक जिम खोला जायेगा। उन्होंने कहा कि कोविड के कारण लोगो की आर्थिक स्थिति कमजोर हुई है। हमने सारे भर्ती परीक्षा फार्म एक वर्ष के लिए निशुल्क कर दिया है। यह सब बताते हुए उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियाँ गिनायी। प्रधानमंत्री का धन्यवाद उन्होंने कैदारनाथ में आदि शंकराचार्य की मूर्ति का लोकार्पण किया है। बद्रीनाथ का 250 करोड़ का मास्टर प्लान बन रहा है। उन्होंने कहा कि आज योगी से मुलाकात हुई आज का दिन स्वर्ण अक्षरों में लिखा जायेगा। उन्होंने कहा कि 21वीं वर्ष से उ0प्र0 उत्तराखण्ड में बंटवारा नहीं हो पाया, आज सारे मामलों का बंटवारा हो गया है जो मामले बचे है उनका भी 15 दिवस में बटवारा हो जायेगा, जो न्यायालय में है वह केसेस वापस लेकर आपसी सहमति से निपटा लिये जायेंगे। उ0प्र0 हमारा बड़ा भाई है। उन्होंने का कि मैं उत्तराखण्ड भवन के द्वितीय तल पर स्व0 मोहन सिंह बिष्ट सभागार में मंच निर्माण, स्टूडियो, डेकोरेशन, साउण्ड एण्ड लाइट सिस्टम सहित आदि कार्य हेतु मैं रू0 21 लाख देने की घोषणा करता हूँ तथा महोत्सव में प्रतिभाग किये कलाकार को रू0 दो-दो हजार देने की घोषणा करता हूँ। उन्होंने कहा कि लखनऊ के गोमती नगर स्थित उत्तराखण्ड भवन में हम ऐसी व्यवस्था बनायेंगे कि आपका उत्तराखण्ड का कार्य लखनऊ से ही हो जायेगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड को देश का नम्बर 01 राज्य बनाना चाहते है। मैं मुख्य सेवक के रूप में कार्य कर रहा हूँ। यह हम सबकी उत्तराखण्ड को नम्बर 01 बनाने की सामुहिक यात्रा होगी। यतिश्वरानन्द कैबिनेट मंत्री उत्तराखण्ड तथा प्रो0 रीता बहुगुणा जोशी सांसद, प्रयागराज ने भी अपने सम्बोधन में उत्तराखण्ड महापरिषद को 10 दिवसीय उत्तराखण्ड महोत्सव आयोजित करने के लिए बधाई दी।