मौसम ने करवट बदली तो लोगों के चेहरे खिल उठे

उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम ने करवट ली है। देहरादून, मसूरी, हरिद्वार, रुडक़ी, ऋषिकेश, नैनीताल आदि शहरों में मंगलवार दोपहर बाद झमाझम बारिश हुई है। बारिश के बाद पारा गिरने से लोगों को तपती गर्मी से राहत मिली है। मौसम ने करवट बदली तो लोगों के चेहरे भी खिल उठे। मौसम विभाग ने 11 मई को विशेषकर पर्वतीय जिलों में बारिश का पूर्वानमुान लगाया है।
शाम के समय बरसीं फुहारों से मौसम खुशनुमा हो गया। इससे गरमी से लोगों को राहत मिली। बारिश से पारा लुढककर 34 डिग्री सेल्सियस रह गया। मौसम विभाग की माने तो आने वाले कुछ दिनों तक मौसम के तापमान में उतार चढ़ाव बना रहेगा। मंगलवार को मौसम का मिजाज फिर बदला।
ऋषिकेश में दोपहर बाद आसमान में बादलों की आवाजाही का सिलसिला चला। शाम के समय अचानक बादल गरजने लगे और तेज हवा चलने के साथ बारिश शुरू हो गई। जिससे शहरवासियों के साथ यात्रियों को राहत मिली है। यात्री गरमी से परेशान थे। संयुक्त यात्रा बस अड्डे पर व्यवस्था न होने से उन्हें गरमी में खुले आसमान के नीचे लाइन पर घंटों खड़े होना पड़ रहा था।
उधर, तेज हवा चलने के कुछ इलाकों में बिजली सप्लाई भी बाधित हो गई। जिसका पानी की सप्लाई पर भी असर पड़ा। रायवाला में पानी की सप्लाई देर शाम शुरू हो पाई। ऊर्जा निगम के ईई शक्ति प्रसाद ने बताया कि तेज हवा चलने के कुछ इलाकों में पेड़ की टहनियां बिजली के तारों से उलझ गई। जिससे आपूर्ति प्रभावित हुई। बारिश थमते ही फाल्ट ठीक कर सप्लाई बहाल कर दी गई।
हरिद्वार में आंधी तूफान के साथ जमकर बरसा पानी
हरिद्वार में मंगलवार शाम को भीषण गर्मी के बीच आंधी तूफान के बाद हुई बारिश ने लोगों को बहुत बड़ी राहत दे दी। हरिद्वार में गर्मी और लू के कारण लोगों का जीना दूभर हो गया था। बारिश होने से राहत मिलने के साथ ही मौसम खुशगवार हो गया है। बारिश के कारण कई स्थानों पर जलभराव भी हो गया। जिससे लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। उधर, आंधी तूफान से भेल मार्ग, तहसील परिसर, कनखल और लाटोवाली समेत कई स्थानों पर पेड़ गिर गए। इस बार हरिद्वार शहर में तापमान अप्रैल में ही 40 डिग्री पहुंच गया था। जिस कारण दोपहर के समय बाजार सूने चल रहे थे।
लोगों को अपना मुंह ढककर निकलना पड़ रहा था। चिलचिलाती धूप में लोग घरों से बाहर निकलने को बच रहे थे। मंगलवार सुबह से ही आसमान में हल्के बादल आने शुरू हो गए थे। शाम के समय तेज आंधी के साथ जमकर पानी बरसा। आंधी तूफान के कारण कुछ समय के लिए शहर में बिजली भी गुल रही। इस साल बीती 20 अप्रैल को ही 40 डिग्री तापमान होने से सालों पुराना रिकार्ड टूट गया था।
इसके बाद 29 अप्रैल को भी अधिकतम तापमान 40 डिग्री दर्ज किया गया था। हालांकि इसके बाद धीरे-धीरे अधिकतम तापमान में गिरावट आती गई और बीती 6 मई को अधिकतम तापमान 35 डिग्री व न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मंगलवार को हरिद्वार में दोपहर के समय तापमान 33 डिग्री था।